नागरिकता संशोधन क़ानून यानी सीएए विवाद को दूर करने के ‘उपाय’ तलाश रहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस जेएनयू के ताज़ा घटनाक्रम को लेकर ख़ासा ‘चिंतित’ बताया जा रहा है। संघ प्रमुख मोहन भागवत की अगुवाई में क़रीब चार सौ पदाधिकारी इन दिनों मध्य प्रदेश के इंदौर में जुटे हुए हैं। ख़बर है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दिल्ली के दो पदाधिकारियों ने जेएनयू घटनाक्रम को लेकर भागवत के समक्ष कैफियत (ब्यौरा) दी है।
जेएनयू हिंसा से आरएसएस को एबीवीपी की बदनामी की चिंता?
- मध्य प्रदेश
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- 7 Jan, 2020

नागरिकता संशोधन क़ानून यानी सीएए विवाद को दूर करने के ‘उपाय’ तलाश रहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस जेएनयू के ताज़ा घटनाक्रम को लेकर ख़ासा ‘चिंतित’ बताया जा रहा है।
मध्य प्रदेश का मालवांचल आरएसएस के गढ़ के तौर पर जाना जाता है। इंदौर में जुटे संघ के पदाधिकारी तमाम मुद्दों पर विमर्श कर रहे हैं। इस विमर्श में सबसे प्रमुख मुद्दा सीएए है। संघ के अलावा बीजेपी भी सक्रिय है। मध्य प्रदेश के दर्जनों बीजेपी नेताओं को सीएए को लेकर कथित तौर पर विपक्ष द्वारा फैलाये जा रहे ‘भ्रम’ को दूर करने की महती ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।