चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुटों में खींचतान के बीच शिवसेना के धनुष-बाण वाले चुनाव चिह्न के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इसका मतलब है कि अब शिवसेना के इस चिह्न का इस्तेमाल आगे आने वाले उप चुनाव में न तो उद्धव ठाकरे खेमा और न ही शिंदे खेमा कर सकता है। 3 नवंबर को अंधेरी (पूर्व) विधानसभा के उपचुनाव होने हैं। इसी को लेकर दोनों खेमे पार्टी के चुनाव चिह्न पर दावे कर रहे थे।
शिवसेना के चुनाव चिह्न पर रोक से किसको लगा झटका?
- महाराष्ट्र
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- 9 Oct, 2022
चुनाव आयोग के एक फ़ैसले से किस खेमे को तगड़ा झटका लगा है? जानिए, चुनाव आयोग के फ़ैसले का शिंदे खेमे ने स्वागत क्यों किया और उद्धव खेमे ने नाराज़गी क्यों जताई।

चुनाव आयोग के इस फ़ैसले का मतलब है कि अब दोनों खेमों को नये चुनाव चिह्न के साथ उपचुनाव में उतरना होगा। चुनाव आयोग ने दोनों गुटों को उपलब्ध प्रतीकों में से चुनने और 10 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे तक तीन विकल्प पेश करने को कहा है।