महाराष्ट्र की महायुति सरकार की महत्वाकांक्षी माझी लाडकी बहिन योजना फिर विवाद शुरू हो गया है। डिप्टी सीएम अजित पवार ने स्वीकार किया कि इस योजना के तहत सभी महिला आवेदकों को बिना उचित जांच के लाभ देना एक "बड़ी गलती" थी। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले समय की कमी और दबाव के कारण उचित जांच न कर पाने की वजह से यह हुआ। इस कबूलनामे ने विपक्ष, विशेष रूप से शिवसेना (यूबीटी), को सरकार पर हमला बोलने का मौका दे दिया है। साथ ही, सरकार के मंत्रियों के परस्पर विरोधी बयानों ने महायुति गठबंधन में आपसी तालमेल की कमी को उजागर किया है।