अंधेरी ईस्ट विधानसभा उपचुनाव को लेकर उद्धव ठाकरे गुट और शिंदे गुट-बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं। बीएमसी ने ऋतुजा लटके का शुक्रवार को इस्तीफा स्वीकार कर लिया जिसके बाद ऋतुजा लटके ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी से नामांकन दाखिल कर दिया। वहीं दूसरी ओर बीजेपी शिंदे ग्रुप की तरफ से मुर्जी पटेल ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए नामांकन दाखिल किया। मुर्जी पटेल के नामांकन के दौरान मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार के अलावा महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और एकनाथ शिंदे गुट के मंत्री दीपक केसरकर भी मौजूद थे। ऐसा माना जा रहा है कि अंधेरी का उपचुनाव बीजेपी शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट की अहम की लड़ाई हो गया है।
अंधेरी ईस्ट उपचुनाव के नामांकन में दोनों दलों का शक्ति प्रदर्शन
- महाराष्ट्र
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- 14 Oct, 2022

अंधेरी ईस्ट विधानसभा उपचुनाव आख़िर उद्धव ठाकरे खेमे और शिंदे गुट-बीजेपी के लिए इतना अहम क्यों हो गया है? जानिए दोनों दलों के शक्ति प्रदर्शन के मायने।
महाराष्ट्र में जब से शिंदे-फडणवीस सरकार आई है तभी से उद्धव ठाकरे गुट के साथ सनातनी बनी हुई है। अंधेरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर एक बार फिर सरकार और उद्धव ठाकरे आमने-सामने आ गए। शिंदे सरकार ने जहाँ पहले शिवसेना की शिवाजी पार्क की दशहरा रैली को लेकर राजनीति की थी उसके बाद अब अंधेरी विधानसभा उपचुनाव में भी वही राजनीति एक बार फिर देखने को मिली। अंधेरी विधानसभा से शिवसेना के उम्मीदवार रमेश लटके ने चुनाव जीता था लेकिन उनकी मौत के बाद अब उपचुनाव हो रहा है।