एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने सोमवार को कहा कि 52 विधायक पार्टी के साथ हैं और पार्टी एक अन्य विधायक के संपर्क में है। मलिक ने रविवार को दावा किया था कि रविवार शाम तक सारे विधायक पार्टी में वापस लौट आएंगे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सदन में अपना बहुमत साबित करने में सफल नहीं हो पाएंगे। मलिक ने यह भी कहा था कि अजीत पवार से ग़लती हुई है और उन्हें मनाने की कोशिशें की गई हैं, अगर वह अभी भी अपनी ग़लती मान लें तो बेहतर होगा।
विधायकों की ख़रीद-फरोख़्त का डर
महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने पूरी ताक़त विधायकों को सुरक्षित करने में झोंक दी है। क्योंकि हर पल बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम में इन तीनों ही दलों को अपने विधायकों की ख़रीद-फरोख़्त का डर है। शिवसेना ने अपने विधायकों को होटल ललित में रखा हुआ है जबकि कांग्रेस ने भी अपने विधायकों को एक होटल में रखा है। शनिवार देर रात एनसीपी ने अपने विधायकों को पवई इलाके के एक पांच सितारा होटल में रखा था लेकिन रविवार रात को विधायकों को वहां से होटल हयात शिफ़्ट कर दिया गया। इस सबके बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या बीजेपी शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के विधायकों को तोड़ने में सफल हो पाएगी?