आज फिर एक बार देश को मनमोहन सिंह जैसे नेता की ज़रूरत है, यह कांग्रेस नहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार का कहना है।
उन्होंने कहा, ‘हम जैसे अलग विचार रखने वाले लोगों का उनके यहाँ प्रवेश नहीं है, इसलिए यह नहीं कह सकता कि सरकार के मंत्री जानकार लोगों की सलाह लेते हैं या नहीं! लेकिन यदि सलाह लेते हैं तो उसके परिणाम तो कहीं नज़र नहीं आ रहे।’ उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के काम करने का शायद ऐसा ही तरीक़ा होता है, शायद वर्तमान सरकार के मंत्रियों का भी यही तरीक़ा हो!
पवार ने कहा कि इनसे पहले प्रणब मुखर्जी, पी. चिदंबरम और मनमोहन सिंह जैसे वित्त मंत्री हुआ करते थे, वे सिर्फ़ सत्ताधारी दलों के नेताओं से ही नहीं आर्थिक मामलों के जानकारों और विपक्षी दलों के नेताओं से आर्थिक मामलों पर घंटों चर्चा करते थे। लेकिन वर्तमान वित्त मंत्री से मेरी आज तक न कोई मुलाक़ात हुई है न ही किसी प्रकार की कोई चर्चा’।