महाराष्ट्र की सियासत में चल रहे तमाम दाँव-पेचों के बीच राजनीति के पुराने खिलाड़ी एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने लोगों को हैरत में डाल रखा है। 24 अक्टूबर को चुनाव नतीजे आने के बाद से ही शरद पवार के बयानों, सियासी तिकड़मों ने आम लोगों, राजनीतिक विश्लेषकों को इस कदर उलझा दिया है कि वे भी यह बता पाने में समर्थ नहीं हैं कि महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की सरकार बनेगी या नहीं। यह पवार के सियासी कौशल का ही नतीजा था कि शिवसेना को बीजेपी के साथ 30 साल पुराना गठबंधन तोड़कर और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) छोड़कर कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाने के लिए आगे आना पड़ा।