पत्रकारिता जगत में एक बार फिर से प्रेस की स्वतंत्रता पर सवाल उठाने वाली घटना सामने आई है। असम पुलिस ने द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन और वरिष्ठ पत्रकार करण थापर के ख़िलाफ़ राजद्रोह के आरोपों के तहत एक और एफ़आईआर दर्ज की है। इस कार्रवाई की पत्रकार संगठनों ने कड़े शब्दों में निंदा की है और इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताया है।