बेबाक बयानों और राजनीतिक सक्रियता के लिए सुर्खियों में रहे जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निजी सचिव कंवर सिंह राणा ने उनके निधन की पुष्टि की है। मलिक लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे और हाल ही में उनकी स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया था।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन
- श्रद्धांजलि
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- 5 Aug, 2025
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक नहीं रहे। वह अपने बेबाक बयानों और राजनीतिक सक्रियता के लिए जाने जाते थे। जानिए उनके जीवन, कार्यकाल और विरासत से जुड़ी अहम बातें।

सत्यपाल मलिक का जन्म 24 जुलाई 1946 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के हिसावदा गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता बुद्ध सिंह उत्तर प्रदेश के राजस्व विभाग में नायब तहसीलदार थे। जब सत्यपाल मात्र ढाई वर्ष के थे, तब उनके पिता का निधन हो गया। इसके बाद उनकी मां जगनी देवी उन्हें हरियाणा के चरखी दादरी ले गईं, जहां उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई। मलिक ने मेरठ कॉलेज से बीएससी और 1970 में एलएलबी की डिग्री हासिल की। पढ़ाई के दौरान वे मेरठ कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष भी रहे, जिसने उनके राजनीतिक जीवन की नींव रखी।