कश्मीर की छह प्रमुख पार्टियों ने यह तय किया है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की जो हैसियत 5 अगस्त 2019 से पहले थी, उसकी वापसी के लिए वे मिलकर संघर्ष करेंगे। इस संघर्ष का निर्णय 4 अगस्त, 2020 को हुआ था, जिसे गुपकार घोषणा कहा जाता है।
कश्मीर मसले पर बात करें मोदी और इमरान
- विचार
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- 23 Oct, 2020


इस समय ज़रूरी है कि मोदी और इमरान मिलकर कश्मीर पर बात करें और इसमें हमारे और पाकिस्तानी कश्मीरियों को भी शामिल करें। अटल जी और डाॅ. मनमोहन सिंह ने जनरल मुशर्रफ के साथ जो प्रक्रिया शुरू की थी, उसे आगे बढ़ाया जाए।
इस संघर्ष के लिए उन्होंने नया गठबंधन बनाया है, जिसे ‘पीपल्स एलायंस’ या जनमोर्चा नाम दिया गया है। जम्मू-कश्मीर की कांग्रेस पार्टी के नेता किसी निजी कारण से जनमोर्चा की बैठक में हाजिर नहीं हो सके। वैसे, कांग्रेस ने भी गुपकार घोषणा का समर्थन किया था।




























