ट्रंप ने कहा है कि वे भारत और चीन के बीच मध्यस्थ या पंच की भूमिका निभाना चाहते हैं। इससे पहले उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच पंचायत करने की पहल कई बार की है। लेकिन पाकिस्तान और चीन दोनों को उन्होंने इतने रगड़े दिए हैं कि वे ट्रंप को कभी अपना मध्यस्थ नहीं बनाएंगे। यदि भारत या नरेंद्र मोदी को ट्रंप अपना परम मित्र मानते हैं तो वह भारत के प्रति तटस्थ हुए बिना मध्यस्थ कैसे बन सकते हैं?
ट्रंप ने पहले भी भारत और पाकिस्तान के बीच पंचायत करने की पहल कई बार की है लेकिन भारत ने उनकी तरफ झांका तक नहीं। ट्रंप से कोई पूछे कि पंच या मध्यस्थ बनने की काबलियत उनमें है क्या?