भारतीय मूल के ऋषि सुनाक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने पर नस्लीय टिप्पणियाँ क्यों की जा रही हैं और उनके धार्मिक 'कर्मकांड' की याद क्यों दिलाया जा रहा है? आख़िर वे कौन लोग हैं?
मानवीय मूल्यों में समाज की समझदारी भरी आस्था है इसलिए अतीत में चर्चिल के नस्लवादी उद्धरणों की मौजूदगी के बावजूद सुनाक के प्रधानमंत्री चुने जाने में कोई नस्लीय बाधा नहीं आई।