फिर से साल 2014 के चुनाव याद आने लगे हैं। लगता है कांग्रेस के कुछ नेता शायद चाहते ही नहीं कि उनकी पार्टी को चुनावी फायदा हो जाए या उसकी संसदीय ताक़त बढ़ जाए। याद कीजिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर का वह ‘चायवाला’ का बयान, जिसमें बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी का मज़ाक़ उड़ाने की कोशिश की गई थी और मोदी उसी को लेकर पूरे चुनाव के दौरान कांग्रेस पर हमला करते रहे। बीजेपी ने आक्रामक तरीक़े से ‘चाय पर चर्चा’ कार्यक्रम शुरू करके पूरे चुनाव अभियान की हवा बदल दी।