कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कन्याकुमारी से भारत जोड़ने का पैग़ाम लेकर पैयां पैयां चल पड़े हैं।
भारत जोड़ो यात्रा क्या देश में नफ़रत का व्यापार ख़त्म कर पायेगी?
- विचार
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- 11 Sep, 2022

कांग्रेस ने कहा है कि 'भारत जोड़ो यात्रा' का उद्देश्य देशवासियों में प्रेम और एक-दूसरे के प्रति भाईचारे को बढ़ाना है। तो क्या पार्टी इस काम में सफल हो पाएगी? जानिए, पहले की ऐसी यात्राओं का क्या नतीजा निकला है।
सवा सौ साल पुरानी उनकी पार्टी अपने इतिहास के सबसे बुरे दिनों से गुजर रही है। यह यात्रा भले ही देश को जोड़ने, आपसी सद्भाव बढ़ाने के घोषित उद्देश्य से शुरू हुई है लेकिन हर राजनैतिक दल का हर कदम राजनीति के लक्ष्य साधने के लिए होता है वैसे ही इसका भी है। होगा ही, इससे किसे इंकार है!
साढ़े तीन हजार किलोमीटर चल कर यह यात्रा जब पाँच महीने बाद श्रीनगर पहुँचेगी तब तक इसके राजनैतिक लक्ष्य कितने पूरे होंगे, यह अभी भविष्य के गर्भ में है लेकिन यह तय है कि यह यात्रा देश में भाईचारे का संदेश पहुँचाने में तो कामयाब हो ही जाएगी।