जनता-कर्फ्यू तो सिर्फ़ इतवार को था, लेकिन आज सोमवार को भी वह सारे देश में लगा हुआ मालूम पड़ रहा है। मेरा घर गुड़गाँव की सबसे व्यस्त सड़क गोल्फ कोर्स रोड पर है लेकिन इस सड़क पर आज भी हवाइयाँ उड़ रही हैं। घर के पास से गुज़रनेवाली रैपिड मेट्रो तो बंद ही है, सड़क पर वाहन दौड़ते हुए भी नहीं दिखाई पड़ रहे हैं। यह ठीक है कि हरियाणा सरकार ने तालाबंदी (लाॅकडाउन) घोषित कर दी है लेकिन यहाँ न तो ताला दिखाई पड़ रहा है और न ही चाबी!
लॉकडाउन: कोरोना वायरस से डरो ना!
- विचार
- |
- |
- 24 Mar, 2020

आजकल घर बैठकर वैसा ही एकांत अनुभव हो रहा है, जैसा 60-70 साल पहले हम किन्हीं हिल स्टेशनों के जंगलों में बनी कुटियाओं में किया करते थे। आजकल स्वाध्याय और मौन-साधना का आनंद अनायास ही प्राप्त हो रहा है। लेकिन सभी लोग तो ऐसा आनंद नहीं कर सकते। वे क्या करेंगे? वे डरे नहीं। तालाबंदी खुलने पर वे काम पर जाएँ। भीड़-भड़क्के से बचें। लोगों से दूरी बनाए रखें। सावधान रहें। सरकारें भी कोरोना के राक्षस से निपटने की पूरी तैयारी रखें।