अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा ही विवादास्पद बयान दिया कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर के मसले पर मध्यस्थता करने को कहा था और इसके लिए वह तैयार हैं। यह बात उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के अमेरिका दौरे के दौरान उनके साथ बैठक में कही। इन दिनों इमरान ख़ान अपनी झोली लेकर अमेरिका पहुँचे हुए हैं कि शायद उन्हें मिलने वाली 1.3 बिलियन डॉलर की अमेरिकी मदद जो रुकी पड़ी है, अब मिल जाये। ट्रंप के इस बयान के बाद भारत और अमेरिकी विदेश विभाग तुरंत हरक़त में आ गए।
ट्रंप के अटपटे बोल और अमेरिकी विदेश विभाग की सफ़ाई
- विचार
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- 23 Jul, 2019

अब यह पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति की मजबूरी है या उसका मानसिक दिवालियापन है कि वह हर समय कश्मीर का राग अलापता रहता है।