किसान आंदोलन के दौरान पुलिस का लाठीचार्ज।
भारत में सभी किसान इस आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं, सच्चाई यह है कि नेतृत्व वास्तव में हमारे बहादुर सिखों द्वारा दिया जा रहा है, जो सभी बाधाओं के बावजूद, अपने दृढ़ संकल्प के कारण उनके ख़िलाफ़ हो रहे सभी गोएबेलसियन प्रचार से बेपरवाह हैं, जिसने उन्हें खालिस्तानियों, पाकिस्तानियों, माओवादियों और देशद्रोहियों के रूप में दर्शायाI
हमारे 'गोदी' मीडिया द्वारा इन तथ्यों को जानबूझकर दबाया गया/ विकृत किया गया, किसानों के आंदोलन को शर्मनाक तरीक़े से बदनाम किया गया, और इसे देश विरोधी और आतंकवादियों के नेतृत्व हेतु किया गया कृत्य चित्रित किया गया।