मैं अपने देश के लिए जितना दुखी आज हूँ, पहले कभी नहीं था। दुनिया के देशों में तेज़ी से आगे बढ़ते हुए भारत के लिए जो सम्मान था, वह हिन्दू राष्ट्र की चाह लिए हिन्दुत्ववादी ताक़तों के तेज़ी से आगे बढ़ने की वजह से धीरे धीरे कम हो रहा है।