मोदी सरकार की दूसरी पारी का पहला साल पूरा हुआ लेकिन यह वैसे नहीं मनाया गया, जैसे कि हर साल इसकी वर्षगांठ मनाई जाती है। यदि कोरोना नहीं होता तो यह उत्सव प्रेमी और नौटंकी प्रिय सरकार देश के लोगों को पता नहीं, क्या-क्या करतब दिखाती।
कोरोना: केंद्र-राज्य सरकारों के सामने चुनौतियों का अंबार
- विचार
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- 1 Jun, 2020

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल कोरोना संकट के बीच पूरा हुआ। लॉकडाउन के कारण केंद्र व राज्य सरकारों के सामने चुनौतियों का अंबार लगा हुआ है। इस बीच, लॉकडाउन तीसरे महीने में प्रवेश कर गया है, कल-कारखाने, दुकानें, दफ्तर ठप हैं, प्रवासी मजदूरों की करुणा-कथा बदतर होती जा रही है और हताहतों की संख्या बढ़ती चली जा रही है।
इस एक साल में उसने कई ऐसे चमत्कारी कार्य कर दिखाए, जो वह पिछली पारी के पांच साल में भी नहीं कर सकी थी। जैसे, धारा 370 को ख़त्म करके अधर में लटके हुए कश्मीर को लाकर उसने जमीन पर खड़ा कर दिया। वैसे तो धारा 370 के कई बुनियादी प्रावधानों को इंदिरा सरकार ने काफी कुतर डाला था लेकिन फिर भी औपचारिक तौर से उसे हटाने की हिम्मत पिछली किसी भी कांग्रेसी या गैर-कांग्रेसी सरकार ने नहीं की थी।