मोदी सरकार की दूसरी पारी का पहला साल पूरा हुआ लेकिन यह वैसे नहीं मनाया गया, जैसे कि हर साल इसकी वर्षगांठ मनाई जाती है। यदि कोरोना नहीं होता तो यह उत्सव प्रेमी और नौटंकी प्रिय सरकार देश के लोगों को पता नहीं, क्या-क्या करतब दिखाती।