प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अप्रैल को एक मीडिया हाउस के समिट में ऐसा चुटकुला सुनाया जिसे सुनना किसी भी संवेदनशील व्यक्ति के लिए तक़लीफ़देह था। यह चुटकुला एक प्रोफ़ेसर साहब पर था जिन्हें बेटी की ख़ुदकुशी का नोट मिलता है लेकिन वे ग़लत स्पेलिंग को लेकर परेशान हो उठते हैं।