प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक लद्दाख का दौरा कर डाला। अचानक इसलिए क्योंकि यह दौरा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को करना था। उनके इस दौरे को रद्द करके मोदी स्वयं लद्दाख पहुंच गए। विपक्षी दल इस दौरे पर विचित्र सवाल खड़े कर रहे हैं।
लद्दाख दौरा: मोदी का चीन को संदेश- सीमा विवाद को तूल देना ठीक नहीं
- विचार
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- 4 Jul, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लद्दाख दौरे को भारत-चीन युद्ध का पूर्वाभ्यास कहना अनुचित होगा। मोदी का लद्दाख पहुंचना चीनी नेतृत्व को यह संदेश देता है कि सीमा विवाद को तूल देना ठीक नहीं होगा।

कांग्रेसी नेता कह रहे हैं कि 1971 में इंदिरा गांधी ने भी लद्दाख का दौरा किया था और उसके बाद उन्होंने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे। अब मोदी क्या करेंगे? कांग्रेसी नेता आखिर चाहते क्या हैं? क्या भारत चीन पर हमला कर दे? तिब्बत को आजाद कर दे? अक्साई चिन को चीन से छीन ले? सिंक्यांग के मुसलमानों को चीन के चंगुल से बाहर निकाल ले?