दो वर्ष 11 माह 18 दिन की मशक्कत के बाद 25 नवम्बर 1949 को संविधान का ड्राफ्ट तैयार हुआ था। 30 नवम्बर 1949 के आर एस एस के मुखपत्र आर्गनाइजर में संपादकीय लिखा गया–
क्या भाजपा संविधान हटाना चाहती है?
- विचार
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- 29 Mar, 2025

बीजेपी के एक के बाद एक नेताओं के बयान क्यों आ रहे हैं कि संविधान बदलने के लिए 400 सीटें चाहिए? क्या संघ-बीजेपी संविधान बदलना चाहती है, और यदि हाँ तो क्यों?
"भारत के संविधान की सबसे खराब बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। …यह प्राचीन भारतीय संविधानिक कानूनों, संस्थाओं, शब्दावली और मुहावरों की कोई बात नहीं करता। इसमें प्राचीन भारत की अद्वितीय संविधानिक विकास-यात्रा के भी कोई निशान नहीं हैं। स्पार्टा के लाइकर्जस या फारस के सोलन से भी काफी पहले मनु का कानून लिखा जा चुका था। आज भी मनु स्मृति की दुनिया तारीफ करती है। भारतीय हिन्दुओं के लिए वह सर्वमान्य व सहज स्वीकार्य है मगर हमारे संविधानिक पंडितों के लिए इन सबका कोई अर्थ नहीं है।"