यह कहने के लिए कि ‘हिंदी भारतीय जनभाषा नहीं है, बल्कि एक कृत्रिम रूप से बनाई गई भाषा है’, मुझे कई लोगों की कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, जैसे कि मैंने कोई बेतुकी, भयानक या अति निंदनीय बात कह दी हो।
भारतीय लोगों की भाषा कौन सी है - हिंदी या उर्दू?
- विचार
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- 6 May, 2020

ऐसा क्यों है कि भारत के देशभक्त युवा बिस्मिल, फैज़, जोश आदि की उर्दू कविताएं/गीत को सुनते और गाते हैं और कोई हिंदी कवि जैसे महादेवी वर्मा या सुमित्रा नंदन पंत की कविताओं/गीतों को नहीं? इसका कारण यह है कि हिंदी कविताओं में वह शक्ति नहीं है जो उर्दू कविताओं में है। हिंदी हिन्दुओं की भाषा है और उर्दू मुसलमानों की, यह प्रचार करना अंग्रेज़ों की 'बाँट करो और राज करो' की नीति का हिस्सा था, जबकि वास्तविकता यही है कि उर्दू सभी शिक्षित लोगों की भाषा थी चाहे वे किसी भी मजहब के हों।
हिंदी और हिंदुस्तानी में अंतर समझाने के लिए मैं एक उदाहरण दे रहा हूँ। हिंदुस्तानी में कहेंगे 'उधर देखिए', हिंदी में कहेंगे 'उधर अवलोकन कीजिए'। आम आदमी कभी 'अवलोकन' शब्द का प्रयोग नहीं करता। इसी तरह कई शब्द ऐसे हैं जो व्यावहारिक हिंदुस्तानी भाषा में प्रयोग किए जाते हैं लेकिन जिन्हें संस्कृतमय कर दिया गया। उदाहरण के लिए 'ज़िला' शब्द को 'जनपद' में बदल दिया गया।