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रफ़ाल मामले में मोदी के ख़िलाफ़ पर्याप्त सबूत, मुक़दमा चलाया जाना चाहिए : राहुल

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने राजनीतिक बहस के केंद्र में रफ़ाल सौदे को एक बार फिर लाते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मुक़दमा चलाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं, लिहाज़ा उनके ख़िलाफ़ तुरन्त मुक़दमा चलाया जाना चाहिए। 
उन्होंने गुरुवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह बिल्कुल साफ़ है कि ख़ुद मोदी रफ़ाल के भ्रष्टाचार में शामिल थे। उन्होने इस मुद्दे पर समानान्तर बातचीत की थी ताकि वे अनिल अंबानी की कंपनी की मदद ग़ैरक़ानूनी तरीके से कर सकें। मोदी पर मुक़दमा चलाने लायक पर्याप्त सबूत हैं। इसलिए अब देर किए बिना मोदी के ख़िलाफ़ मामला दर्ज होना चाहिए और मुक़दमा शुरू होना चाहिए। राहुल ने साफ़ कहा कि मोदी की आपराधिक जाँच होनी चाहिए। 
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राहुल गाँधी ने कहा कि यदि रफ़ाल के काग़ज़ात चोरी हो गए हैं और यह यह ऑफ़िशियल सीक्रेट्स एक्ट का उल्लंघन है, तो इसकी जाँच होनी चाहिए। लेकिन इसके साथ ही नरेंद्र मोदी की भी जाँच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम खुल कर सामने आया है, तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने अपने नोट में साफ़ लिखा है कि प्रधानमंत्री स्वयं समानान्तर बातचीत कर रहे हैं। मोदी को चाहिए कि वह खुद इसकी जाँच कराएँ। उन्हें चाहिए कि वह कहें, 'मैंने कोई घपला नहीं किया है, मैं इस मामले की जाँच कराऊँगा।' लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहे हैं, इससे यह साफ़ होता है कि मोदी इसमें जुड़े हुए हैं। तो इसकी जाँच क्यों नहीं हो रही है, राहुल ने पूछा।  
कांग्रेस अध्यक्ष ने रफ़ाल पर जाँच के मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए कहा, 'मोदी इसकी जाँच नहीं करवा रहे हैं क्योंकि उन्होंने इसमें घपला किया है, उन्होंंने 30,000 करोड़ रुपये अनिल अंबानी की जेब में डाले हैं।'
उन्होंने कहा कि वह तो चाहते हैं कि इस पूरे मामले की जाँच हो और किसी को न बख़्शा जाए, लेकिन जाँच तो हो। लेकिन इसकी तो जाँच ही नहीं हो रही है। इसकी जाँच इसलिए नहीं हो रही है कि मोदी को लोग बचाना चाहते हैं। राहुल ने किसी का नाम लिए बग़ैर कहा कि तमाम संस्थाएँ प्रधानमंत्री को बचाना चाहती हैं। 
कांग्रेस अध्यक्ष ने गुरुवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोदी के इस आरोप का भी जवाब दिया है कि रफ़ाल मुद्दे को उठाने की वजह से विमान हासिल करने में देर हो रही है और देश की सुरक्षा पर असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खुद रक्षा मंत्रालय ने माना है कि समानान्तर बातचीत की वजह से सौदे में देर हुई है। 

'ग़ायब हो गया'

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नई बात चली है कि ग़ायब हो गया। उन्होंने कहा, 'मोदी राज में सब कुछ ग़ायब हो गया। सालाना दो करोड़ नौकरियों की बात गायब हो गई, हर किसी के खाते में 15 लाख रुपये की बात गायब हो गई, किसानों को मिलने वाली सुविधाएँ गायब हो गईं और अब रफ़ाल से जुड़ी फ़ाइल भी गायब हो गई।'
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क़मर वहीद नक़वी
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