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हिमंत का राहुल पर हमला; क्या बीजेपी के लिए सिरदर्द हैं राहुल?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना करने वालों में ताज़ा नाम हैं बीजेपी नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा। उन्होंने राहुल की आलोचना करते हुए कहा है कि उनमें 'व्यवस्थित गंभीरता नहीं है', जिम्मेदारी के बिना सत्ता हासिल करना चाहते हैं और 'राजनीति के लिए उपयुक्त नहीं हैं'। एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में सरमा ने राहुल गांधी पर एक राजनेता के रूप में अ-गंभीर होने, एक सामंती मानसिकता वाले की तरह व्यवहार करने और अहंकारी होने का आरोप लगाया।

कुछ साल पहले तक कांग्रेस में ही रहे सरमा ने कहा कि राहुल गांधी कभी-कभी बीच-बीच में मीटिंग छोड़कर जॉगिंग जैसे अपने व्यायाम के लिए जा सकते हैं या अचानक अगले कमरे में जाकर आधे घंटे के बाद आ सकते हैं। 

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हिमंत बिस्व सरमा ने राहुल पर यह हमला तब किया है जब वह 'भारत जोड़ो यात्रा' पर निकले हैं। माना जा रहा है कि पार्टी को इस यात्रा से संजीवनी मिलेगी। अंतर्कलह और बिखराव से जूझ रही कांग्रेस इस यात्रा से खुद के मज़बूत होने की उम्मीद में है। राहुल की इस यात्रा में भारी भीड़ देखी जा रही है। इस यात्रा की तसवीरें सोशल मीडिया पर ख़ूब साझा भी की जा रही हैं। और कुल मिलाकर पार्टी ख़बरों में जगह भी पा रही है।

तो क्या इसी बदलाव और पदयात्रा से कांग्रेस को मिल रही ताक़त के ख़िलाफ़ बीजेपी नेता राहुल को निशाने पर ले रहे हैं? यह सवाल इसलिए कि यदि राहुल जब इतनी अहमियत नहीं रखते हैं तो फिर बीजेपी नेता उनको तवज्जों क्यों दे रहे हैं?

वैसे, हिमंत बिस्व सरमा बीजेपी के पहले नेता नहीं हैं जो राहुल को निशाने पर ले रहे हैं। बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी की एक तसवीर को साझा कर हमला किया था। उन्होंने राहुल के साथ हिजाब में एक छोटी सी बच्ची की तसवीर को साझा करते हुए लिखा था कि "जब धार्मिक आधार पर वोट का 'हिसाब' किया जाता है, तब वो तुष्टिकरण कहलाता है।" 

इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर संबित पात्रा को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा था, 'क्या बीजेपी प्रवक्ता इससे ज्यादा नीचे भी जा सकते हैं? वह एक छोटी बच्ची है और उसकी उम्र इतनी नहीं है कि वोट बैंक हो। कृपया उसे अपनी छोटी सोच से दूर रखें। जो राहुल गांधी कर रहे हैं वह एक बच्चे के प्रति एक सामान्य-सा अच्छा व्यवहार है।'

स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी की पदयात्रा शुरू होने पर निशाना साधा था। उन्होंने यह कहते हुए हमला किया था कि कन्याकुमारी से यात्रा शुरू करने से पहले उन्हें स्वामी विवेकानंद को नमन कर लेना चाहिए था। 

स्मृति ईरानी के आरोपों के बाद सोशल मीडिया पर विवेकानंद को नमन करने का राहुल का वीडियो सामने आ गया। लोगों ने स्मृति ईरानी को ख़ूब कोसा और उन्हें 'झूठा' बताया।

बीजेपी ने राहुल की टी-शर्ट को लेकर भी हमला किया था। इसने राहुल गांधी की एक तसवीर के साथ एक ब्रांडेड टी-शर्ट की तसवीर को ट्वीट करते हुए आरोप लगाया था कि महंगाई को मुद्दा बना रहे राहुल खुद महंगी टी-शर्ट पहने हुए हैं। बीजेपी ने ट्वीट में इशारों में हमला किया कि राहुल गांधी ने एक बरबेरी कंपनी की टी-शर्ट पहनी थी जिसकी क़ीमत कथित तौर पर 41,000 रुपये से अधिक थी। उन तसवीरों के साथ बीजेपी ने ट्वीट किया, 'भारत, देखो'।

इसपर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर इशारों में हमला करते हुए कहा था कि 10 लाख के सूट और 1.5 लाख के चश्मे तक बात जाएगी।

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जब कांग्रेस ने खाकी हाफ पैंट और आग को लेकर एक तसवीर को ट्वीट किया था तो संबित पात्रा ने कहा था, 'जिस प्रकार से राहुल गांधी भारत जोड़ो के नाम पर नफरत फैला रहे हैं, उसके बारे में आज कांग्रेस के ट्वीट की तसवीर खुलासा कर रही है।' उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के ट्वीट में आग जलते हुए दिखाना लोगों को आगजनी और हत्या के लिए उकसाना है।

बता दें कि राहुल गांधी की यह यात्रा प्रतीकात्मक रूप से देश को एकजुट करने का संदेश देती है। यात्रा शुरू करने से पहले राहुल ने कहा था कि हमारी लड़ाई बीजेपी से नहीं, बल्कि विचारधारा को लेकर है। राहुल ने 7 सितंबर से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की है। यात्रा शुरू होने के बाद से ही बीजेपी लगातार राहुल गांधी पर हमला कर रही है।

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क़मर वहीद नक़वी
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