दक्षिण में पैर पसारने की महत्वाकांक्षी बीजेपी क्या अब मशहूर अभिनेता सुरेश गोपी में अब अपना भविष्य देखती है? केरल में इस बार बीजेपी ने सुरेश गोपी के साथ खाता खोला है। लेकिन क्या बीजेपी इनके तौर-तरीक़ों को बर्दाश्त कर पाएगी? या फिर बीजेपी राज्य में अपना पैर जमाने के लिए यह सबकुछ जानबूझकर होने देगी?
केरल में सुरेश गोपी 'एकला चलो' की राह पर; बीजेपी को आपत्ति क्यों नहीं?
- राजनीति
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- 18 Jun, 2024
इस लोकसभा चुनाव में केरल में बीजेपी का पहली बार सांसद बने हैं। मशहूर अभिनेता सुरेश गोपी कई बार पार्टी लाइन से अलग भी चलते नज़र आए तो लेकिन क्या पार्टी यह बर्दाश्त करती जाएगी?

ये सवाल इसलिए कि सुरेश गोपी ने नयी सरकार के शपथ ग्रहण के साथ ही बीजेपी के लिए बखेड़ा खड़ कर दिया था। केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ घंटे बाद ही गोपी ने कह दिया था कि वह पद से मुक्त होना चाहते हैं और एक सांसद के रूप में काम करना चाहते हैं। बीजेपी चौंक गई थी। बाद में सफाई आई। फिर उन्होंने सीपीआई (एम) के दिग्गज व पूर्व केरल सीएम ई के नयनार के परिवार और कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम के करुणाकरण के समाधि स्थल पर गए थे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को 'मदर ऑफ इंडिया' तक कह दिया था। इसके बावजूद वह बीजेपी का चेहरा बने हुए हैं? ऐसा क्यों?