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करण थापर से इंटरव्यू के बाद सत्यपाल से पूछताछ करेगी सीबीआई

जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रह चुके सत्यपाल मलिक को सीबीआई ने 28 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया है। द वायर की खबर के अनुसार सत्यपाल मलिक से यह पूछताछ रिलायंस इंश्योरेंस के मसले पर होगी।
सीबीआई द्वारा सत्यपाल मलिक को पूछताछ के लिए ऐसे समय पर बुलाया जा रहा है, जबकि कुछ दिनों पहले उन्होंने डीबी लाइव के लिए प्रशांत टंडन तथा द वायर के लिए करण थापर को इंटरव्यू दिया है। दोनों ही साक्षात्कारों में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पुलवामा हमले, राष्ट्रीय सुरक्षा और भ्रष्टाचार पर मोदी के रुख सहित मुद्दों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद से विपक्षी दल नरेंद्र मोदी पर हमलावर हैं, लेकिन बीजेपी की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
करण थापर को दिए इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने दावा किया था कि जब वह जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे तब उन्होंने इस योजना को पारित होने से रोक दिया था। इस योजना को पारित करने के लिए आरएसएस-बीजेपी नेता राम माधव ने कहा था।  
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थापर से बात करते हुए मलिक ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस राष्ट्रीय के नेता राम माधव रिलायंस इंश्योरेंस द्वारा प्रस्तावित एक योजना पारित कराने की कोशिश करने के लिए जम्मू कश्मीर के विशेष दौरे पर भी आये थे। मलिक ने अपने इंटरव्यू में यह भी दावा किया कि जब उन्होंने राम माधव को इस योजना के रद्द किये जाने और इस संबंध में सभी कागजी कार्रवाई पूरी होने का बात बताई तो वह काफी निराश भी हुए थे।
सत्यपाल मलिक ने करण थापर को दिये इंटरव्यू से पहले डीबी लाइव के लिए प्रशांत टंडन को दिए एक इंटरव्यू में भी इस घटना का जिक्र किया था। इन इंटरव्यू के बाद राम माधव ने मलिक को मानहानि का नोटिस भी भेजा था।
cbi to question satyapal malik after interview with karan thapar - Satya Hindi
पढ़िये द वायर के करन थापर काे दिए सत्यपाल मलिक के इंटरव्यू के कुछ अंश- करण थापर- मैं किसी और चीज के बारे में बात करना चाहता हूं, जिसका उल्लेख आपने उस यूट्यूब साक्षात्कार में रिलायंस इंश्योरेंस के बारे में बात की थी जो कश्मीर में एक बीमा योजना खोलना चाहती है। आपने कहा कि राम माधव आपसे मिलने  के लिए सुबह 7 बजे आपके आवास पर आए थे? आपने यह भी कहा था कि आपने तब तक स्नान भी नहीं किया था? सत्यपाल मलिक- हां मैंने कहा था, मैं नहाने से पहले किसी से नहीं मिलता, लेकिन उस दिन उनसे (राम माधव) मिला
करन थापर- वह सुबह सात बजे आपके पास आए और आपसे उस स्कीम को पास  करने के लिए कहा, उनके प्रस्ताव पर आपने कहा कि मैं इसमें आपको कोट कर रहा हूं, मैं अपने स्तर पर कुछ भी गलत नहीं करूंगा। वह क्या काम था जो वह आपसे कराने की कोशिश कर रहे थे? सत्यपाल- मुझे उनका नोटिस भी मिला।                                                    करण थापर- हां, यह अखबारों में भी छपा है कि उन्होंने आप पर मानहानि का मुकदमा दायर किया था। लेकिन यह सिर्फ साबित करता है कि आप एक बहादुर आदमी हैं और यह आपको डरने की जरूरत  नहीं है, इसलिए आप इसके बारे में चिंता न करें। सत्यपाल मलिक- उनसे पूछें या फिर वह मुझे बताएं कि वह मेरे आवास पर क्यों आए थे, क्या बात करना चाहते थे? क्या वह हत्या के बारे में बात करना चाहते थे? एक दिन पहले हमने इस मामले को बंद कर दिया था और उसके बाद वह जल्दी सुबह वापस आ गये। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैंने बीमा मामले को बंद कर दिया है, मैंने कहा हां। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या इस संबंध में पत्र चला गया है, इसके जवाब में भी मैंने कहा कि हां चला गया है। उसके बाद से राम माधव परेशान हो गए।  
करण थापर- आप मुझे बताएं कि  आपने रिलायंस इंश्योरेंस को उस बीमा योजना को शुरू करने की अनुमति देने से इंकार क्यों किया जो वह कश्मीर में शुरू करना चाहती थी? सत्यपाल मलिक- मैंने शुरू में इस योजना को पास कर दिया था, लेकिन बहुत से लोगों ने मुझसे इसे वापस लेने के लिए कहा। इस मसले पर पहली बात जो हुई वह यह थी कि सरकारी कर्मचारी वास्तव में योजना से नाखुश थे। ऐसा इसलिए क्योंकि सरकारी कर्मचारियों को इस योजना के लिए सालाना 8,500 रुपये का भुगतान करना पड़ता। सेवानिवृत्त अधिकारियों को 20,000 रुपये से अधिक देने पड़ते। इसलिए मैंने दिल्ली में कहा, सीजीएचएस के तहत, हमें कुछ भी भुगतान नहीं करना होता है, तो फिर यहां भुगतान क्यों? इसके अलावा, योजना में सूचीबद्ध किए गए अस्पताल बहुत खराब थे। कोई भी अस्पताल राष्ट्रीय स्तर का नहीं था। मैंने महसूस किया कि अस्पताल खराब हैं, ज्यादा पैसा लेने के बाद भी उनमें अच्छा इलाज नहीं होगा। इस वजह से मैंने उन्हें सीजीएचएस पैटर्न पर ऐसा करने के लिए कहा।
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करण थापर- और फिर अगली सुबह राम माधव आपसे मिलने आए क्योंकि वह चाहते थे कि आप इस योजना को मंजूरी दें, क्या वह योजना के तहत वसूले जाने वाले चार्ज और सूचीबद्ध किये गये अस्पतालों से खुश थे?                                 सत्यपाल मलिक- नहीं, उन्होंने मुझे कुछ भी करने के लिए नहीं कहा। उन्होंने सिर्फ यह पूछा कि क्या मैंने इसे रद्द कर दिया है और इसके संबंध में पत्र भेज दिया है क्या? वह परेशान थे, मैं समझ गया कि क्या हो रहा है।  
करण थापर- आप यह भी समझ गए कि वह चाहते थे कि आप योजना को पास करें?                                                  सत्यपाल मलिक- लेकिन मैंने पहले ही मना कर दिया था।                                                                                      करण थापर- क्या वह इसे पारित करने के लिए आये थे?                                                                                        सत्यपाल मलिक: हाँ, वह पहले कभी मुझसे मिलने नहीं आये थे।                                                                                 करण थापर- वह आपका मन बदलना चाहते थे?                                                                                            सत्यपाल मलिक- हाँ, लेकिन कोई भी ऐसा नहीं कर सकता। अगर पीएम ने भी कहा होता, तो भी मैं इससे सहमत नहीं होता।                                                                                                                                                             करण थापर- लेकिन राम माधव ने कोशिश की?                                                                                                  सत्यपाल मलिक- हाँ    
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क़मर वहीद नक़वी
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