मेयर चुनाव स्थगित होने पर आप-कांग्रेस का धरना
आप और कांग्रेस का गठबंधन होने के बाद इस चुनाव के सारे समीकरण बदल गए। 35 सदस्यीय नगर निगम सदन में भाजपा के पास सबसे अधिक 14 पार्षद हैं। आप के पास 13 पार्षद हैं। कांग्रेस के पास 7 और एक पार्षद शिरोमणि अकाली दल से है। अब आप और कांग्रेस का समझौता होने के बाद उनकी संयुक्त संख्या 20 पार्षदों की हो गई है। ऐसे में आप-कांग्रेस का मेयर बनना ही बनना है। क्योंकि भाजपा इस समीकरण के हिसाब से हार रही है। पूरे देश की नजर चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर थी। क्योंकि यहां इंडिया गठबंधन की रणनीति का पहला प्रयोग होने जा रहा था।