मैं चिकित्सक नहीं हूँ लेकिन अपने पाठकों का शुभचिंतक अवश्य हूँ, इसलिए उन्हें आगाह करते रहना मेरा काम है । आजकल देश में ' आई फ्ल्यू 'का मौसम है । लेकिन आँखों को सबसे ज्यादा खतरा सियासी धूल से हैं। हमारे राष्ट्रभक्त नेता अपने पाप छिपाने के लिए जनता की आँखों में धूल झोंकने निकल पड़े है । नेताओं के हाथों की धूल फूलों की शक्ल में होती है। इसलिए इससे सावधान रहने की जरूरत है। सावधानी हटी नहीं की दुर्घटना घटी। इस बार नेता और उनकी पार्टियां जनता के साथ -साथ केंचुआ की आँखों में भी धूल झोंकने में कामयाब हो गयीं हैं। कम से कम मध्य्प्रदेश और छत्तीसगढ़ में तो यही हो रहा है।