अजित पवार
एनसीपी के कई विधायकों ने माना कि जब तक शऱद पवार है वो उनके खिलाफ नहीं जा सकते। कहा ये जा रहा है कि शरद पवार को इस गेम की भनक दो महीने पहले ही लग गयी थी जब अजित पवार ने अमित शाह से चुपचाप जाकर मुलाकात की थी उसके बाद उन्होनें पहले तो शिवसेना के संजय राउत से कहलवाया कि अजित पवार बीजेपी के साथ जा सकते हैं। उसके बाद से वो लगातार अपने भतीजे अजित पवार को किनारे कर रहे थे और इसलिए उन्होंने पहले खुद के इस्तीफे का नाटक किया और जानबूझकर बेटी के साथ प्रफुल्ल पटेल को भी कार्याध्यक्ष बनवाया ताकि पटेल जब चले जायें तो केवल सुप्रिया ही बची रहे।