आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के 75वें जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिखे गए तारीफ़ वाले लेख ने राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है। कांग्रेस ने इस लेख को 'संघ नेतृत्व को खुश करने की हताश कोशिश' करार देते हुए तीखा हमला बोला है। कांग्रेस का कहना है कि यह क़दम पीएम मोदी की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वह आरएसएस के साथ अपने रिश्तों को मजबूत करना चाहते हैं। खासकर तब जब भागवत ने हाल के महीनों में सरकार की नीतियों और कार्यशैली पर कथित तौर पर आलोचनात्मक टिप्पणियाँ की हैं।
मोदी द्वारा भागवत की तारीफ़ संघ को खुश करने की हताश कोशिश: कांग्रेस
- राजनीति
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- 11 Sep, 2025
कांग्रेस ने क्यों कहा कि मोदी द्वारा भागवत की तारीफ़ संघ नेतृत्व को खुश करने और अपने पक्ष में लाने की हताश कोशिश है? क्या यह इसलिए है कि भागवत कथित तौर पर पीएम मोदी और उनकी सरकार पर हमलावर रहे हैं?

पीएम मोदी की मोहन भागवत की तारीफ वाले लेख पर कांग्रेस ने इसे रिझाने का प्रयास बताया है। क्या यह भागवत की '75 साल पर रिटायरमेंट' वाली चुभती टिप्पणी का जवाब है, या मोदी का आरएसएस से पुराने संबंध को मज़बूत करने का मास्टरस्ट्रोक?