पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों से पहले दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पार्टी को एक बड़ा संदेश दिया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को सामान्य आदमी के मन के विश्वास का सेतु बनना चाहिए। साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को सेवा का मंत्र देते हुए कहा कि सेवा ही सच्ची पूजा है और बीजेपी का मूल्य सेवा, संकल्प और समर्पण है।
प्रधानमंत्री मोदी के इस भाषण में क्या कोई बड़ा संदेश छिपा है? पार्टी के लिए कोई आदेश या निर्देश है? अगर इसे समझने की कोशिश पार्टी के नेता और कार्यकर्ता करेंगे तो वे एक बेहतर नतीजे की उम्मीद कर सकते हैं।
आम आदमी से बढ़ती दूरी
हाल में हुए 29 विधानसभा और तीन लोकसभा सीटों के उप-चुनावों के नतीजों ने बीजेपी को एक बड़ा झटका दिया होगा और इन नतीजों की तमाम वजहें गिनाई जा सकती हैं, लेकिन उन सबसे अलग एक बड़ी वजह है पार्टी के नेताओं की कार्यकर्ता और आम आदमी से बढ़ती दूरी।



























