जिसे गुजरात से भगाया गया, वो आज देश का गृहमंत्री है। हम सोचना चाहिए कि हम कहां जा रहे हैं।
यहां याद दिलाना जरूरी है कि 2010 में, गुजरात के भाजपा नेता अमित शाह को सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले के सिलसिले में उनके गृह राज्य से दो साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। 2014 में उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया गया। 2024 में केंद्र की सत्ता में भाजपा आ चुकी थी। नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अमित शाह को हत्या आरोपी कह चुके हैं, जिस पर उन्हें सुल्तानपुर कोर्ट में मानहानि मुकदमे का सामना करना पड़ रहा है। अमित शाह गुजरात में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में गृह मंत्री थे। उस समय उन पर कई आरोप लगे थे।
अमित शाह ने 21 जुलाई को कहा था- “वे (विपक्ष) भ्रष्टाचार के बारे में बोल रहे हैं। भारतीय राजनीति में भ्रष्टाचार के सबसे बड़े सरगना शरद पवार हैं और इसमें मुझे कोई भ्रम नहीं है। अब वे हम पर क्या आरोप लगाएंगे? अगर किसी ने भ्रष्टाचार को संस्थागत बनाने का काम किया है, तो वो शरद पवार, आप ही हैं।''