गठबंधन में वर्षों साथ-साथ रहने के बावजूद शिवसेना बीजेपी पर लगातार हमले करती रही है। इन दिनों वह पहले से ज़्यादा मुखर है। यहां तक की शिवसेना के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाना बनाया। शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के निशाने पर मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रहे हैं। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या आगामी चुनावों में शिवसेना और बीजेपी अलग-अलग राह पर चल पडेंगी?
बीजेपी-शिवसेना तल्ख़ी महज पोजिशनिंग की अपनी-अपनी कोशिशें?
- राजनीति
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- 18 Feb, 2019

गठबंधन में वर्षों से साथ-साथ रहने के बावजूद शिवसेना बीजेपी पर लगातार हमले करती रही है और इन दिन वह पहले से ज़्यादा मुखर है। क्या है इसके पीछे की राजनीति?