एक तरफ़ जहाँ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी रफ़ाल विमान ख़रीद, बेरोज़गारी और किसानों की समस्याओं को लेकर पीएम मोदी और उनके मंत्रियों से दो-दो हाथ कर रहे हैं वहींं कांग्रेस के एक मीडिया को-ऑर्डिनेटर मोदी के एक मंत्री के बंगले पर हाथों में गुलदस्ता लिए देखे गए। इस घटना का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है। कांग्रेस के मीडिया विभाग से इस सवाल का जवाब देते नहीं बन रहा कि पार्टी के मीडिया को-ऑर्डिनेटर मोदी के मंत्री के बंगले पर क्या करने गए थे। मोदी के मंत्री के बंगले पर गुलदस्ते के साथ कैमरे में क़ैद होने वाले कांग्रेस के मीडिया को-ऑर्डिनेटर यह कहकर पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे हैं कि वह वहाँ ग़लती से पहुँच गए थे। उनका यह दावा किसी को पच नहीं रहा। इससे कांग्रेस की अच्छी ख़ासी किरकिरी हो रही है।
मोदी के मंत्री के घर क्यों गए कांग्रेस के मीडिया को-ऑर्डिनेटर?
- राजनीति
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- 6 Jan, 2019

एक तरफ़ जहाँ राहुल गाँधी पीएम मोदी और उनके मंत्रियों से दो-दो हाथ कर रहे हैं वहींं कांग्रेस के एक मीडिया को-ऑर्डिनेटर मोदी के एक मंत्री के बंगले पर हाथों में गुलदस्ता लिए देखे गए।
'सत्य हिंदी' से बातचीत में रोहन गुप्ता ने बताया कि वह वहाँ अपनी गाड़ी का इंतजार कर रहे थे। इस बीच वहाँ रूट लग गया और सुरक्षाबलों ने उन्हें अंदर जाने को कह दिया। वह अंदर चले गए। जैसे ही उन्हें यह एहसास हुआ कि वह ग़लत जगह आ गए हैं वह फौरन ही वापस बाहर आ गए। लेकिन वह यह नहीं बता पाए कि उन्हें किसी की शादी में जाना था या और कहीं। जब उन्हें याद दिलाया गया कि कुछ देर पहले वह कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल के साथ उनके बंगले में मौजूद थे तो उन्होंने सफ़ाई दी कि वह अहमद पटेल से मिलकर बाहर आए और वहाँ अपनी गाड़ी का इंतजार कर रहे थे। लेकिन अहमद पटेल के घर से वह निकलते वक़्त उनके हाथ में गुलदस्ता नहीं था। जब उनकी गाड़ी उनके पास नहीं थी तो गुलदस्ता उनके पास कहाँ से आया। उनका कहना है कि उनका परिवार तीन पीढ़ियों से कांग्रेस से जुड़ा हुआ है। लिहाज़ा उनकी निष्ठा पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता। उन्हें इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि कोई उनके बारे में क्या बात कर रहा है। वहीं मंत्री घर कार्यक्रम को कवर करने पहुँचे मीडिया कर्मियों का कहना है कि वहाँ उस समय कोई रूट नहीं लगा था। अगर रूट लगा होता तो मीडिया कर्मियों को भी वहाँ से हटा दिया जाता। ये विरोधाभासी दावे शक पैदा कर रहे हैं।