यूपी चुनाव 2022 के लिए तमाम राजनीतिक दलों का प्रचार चरम पर पहुंच गया है। इस दौरान सभी राजनीतिक दल घर-घर जाकर प्रचार कर रहे हैं लेकिन मुरादाबाद में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ऐसे ही चुनाव प्रचार अभियान को रोड शो बताकर केस दर्ज किया गया है।
हालांकि इसी तरह के रोड शो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पहले चरण के प्रचार अभियान के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई शहरों में किया। भीड़ बढ़ने के कारण अमित शाह का रोड शो रोक दिया गया लेकिन पुलिस ने कभी कोई केस दर्ज नहीं किया। अमरोहा में तो बीएसपी प्रत्याशी के प्रचार अभियान के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसी तरह कई जगह समाजवादी पार्टी और रालोद की रैलियों के खिलाफ केस दर्ज किए गए।
अमित शाह का मेरठ में 22 जनवरी को हुआ रोडशो चुनाव आयोग नजर नहीं आया
इस पर रिजवान ने पूछा कि राज्य में इसी तरह का चुनाव प्रचार करने पर बीजेपी नेताओं के खिलाफ एफआईआर क्यों दर्ज नहीं की गई।
रिजवान ने कहा, “उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कुछ दिन पहले ऐसा ही चुनावी अभियान चलाया था। मेरठ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घर-घर जाकर किया अभियान, उनके खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं? डोर-टू-डोर कैंपेन के दौरान अगर लोग बिना शर्त प्यार से हमारा स्वागत करते हैं तो इसमें हमारी कोई गलती नहीं है। बीजेपी डरी हुई है, इसलिए यह राजनीति हो रही है।
उत्तर प्रदेश में सात चरणों का विधानसभा चुनाव 10 फरवरी को शुरू हुआ था। राज्य विधानसभा के लिए दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को होना है। दूसरे चरण में 55 विधानसभा क्षेत्रों में सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा के नौ जिलों में मतदान होगा। , संभल, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर।