पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से ठीक पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से मुलाकात की। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी उनसे मुलाकात हुई थी। राधा स्वामी सत्संग ब्यास सहित कई डेरे पंजाब की सियासत में बेहद अहम रोल अदा करते हैं। आइए जानते हैं कि आखिर राजनीतिक दल क्यों डेरों का समर्थन हासिल करना चाहते हैं।
डेरा ब्यास के मुखी से मिले अमित शाह, जानिए पंजाब की सियासत में क्यों अहम हैं डेरे?
- पंजाब
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- 29 Mar, 2025

डेरों का राजनीतिक समर्थन हासिल करने के लिए हर चुनाव में भी इस तरह की कसरत होती रही है। डेरे अपने समर्थकों से जिस राजनीतिक दल को समर्थन देने की अपील करते हैं उसे निश्चित रूप से इसका फायदा होता है।

डेरे का हिंदी भाषा में सीधा अर्थ है आश्रम या मठ। पंजाब में बड़ी संख्या में सिख रहते हैं जो गुरुद्वारों में जाते हैं लेकिन 6 बड़े डेरे भी हैं।
इनमें राधा स्वामी सत्संग ब्यास के अलावा डेरा सच्चा सौदा, नूर महल डेरा यानी दिव्य ज्योति जागृति संस्थान, संत निरंकारी मिशन, नामधारी पंथ का डेरा और डेरा सचखंड बल्लां शामिल हैं। इसके अलावा भी हजारों डेरे और इनकी शाखाएं हैं।























