पंजाब में चुनाव महज छह महीने दूर हैं और उससे ठीक पहले एक बार फिर खड़ा हुआ यह सियासी बवाल सत्ता से पार्टी की विदाई करा सकता है। पंजाब कांग्रेस में कैप्टन अमरिंदर सिंह बनाम नवजोत सिंह सिद्धू के कैंप के बीच लंबे वक़्त तक चले संघर्ष के बाद सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था।