सर्वोच्च सिख धार्मिक संस्थाओं में शुमार सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की ओर से पास किए गए ताज़ा प्रस्ताव में कहा गया है कि आरएसएस भारत में दूसरे धर्मों के लोगों और अल्पसंख्यकों की आवाज़ को दबा रहा है और यह भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की कोशिश है। इसके बाद यह सवाल खड़ा हो रहा है कि आख़िर यह बयान क्यों दिया गया है, क्या वास्तव में संघ ऐसा कर रहा है? क्या इस बयान को 9 महीने बाद होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव को देखते हुए दिया गया है। इसे समझने की कोशिश करते हैं।
SGPC ने क्यों कहा- संघ भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की कोशिश कर रहा?
- पंजाब
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- 3 Apr, 2021
एसजीपीसी की ओर से पास किए गए ताज़ा प्रस्ताव में कहा गया है कि आरएसएस भारत में दूसरे धर्मों के लोगों और अल्पसंख्यकों की आवाज़ को दबा रहा है और यह भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की कोशिश है।

पंजाब में धर्म और राजनीति साथ-साथ चलते हैं। अकाल तख़्त के अलावा एसजीपीसी भी सर्वोच्च धार्मिक संस्था है और यह कई राज्यों के गुरुद्वारों का प्रबंधन करती है।
एसजीपीसी का अध्यक्ष बनने या इसकी प्रबंधक कमेटी का सदस्य बनने के लिए चुनावों में जबरदस्त मारामारी होती है, इससे इसकी अहमियत का पता चलता है। लंबे समय तक एसजीपीसी पर प्रकाश सिंह बादल की अगुवाई वाले शिरोमणि अकाली दल का ही कब्जा रहा है।