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कांग्रेस का दावा, रफ़ाल की फ़ाइल पर्रिकर के बेडरूम में

रफ़ाल डील पर आज कांग्रेस ने ऑडियो क्लिप जारी कर नया खुलासा किया है। इस ऑडियो के बहाने कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि रफ़ाल से जुड़ी फ़ाइलें गोवा के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने अपने बेडरूम में रख रखी हैं। कांग्रेस ने जो ऑडियो क्लिप जारी की है उसमें गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे एक व्यक्ति से बात करते हुए सुने जा सकते हैं। इस ऑडियो में कथित रूप से राणे ने दावा किया है कि गोवा कैबिनेट की बैठक में पर्रिकर ने यह कहा कि रफ़ाल डील से जुड़ी सारी जानकारियाँ उनके बेडरूम में मौजूद हैं और सारी फ़ाइलें उन्होंने संभाल रखी हैं। राणे यह भी कहते सुने जा सकते हैं कि पर्रिकर को बीजेपी आलाकमान की कोई परवाह नहीं है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर यह ऑडियो क्लिप जारी की और सवाल पूछा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी पर्रिकर से घबराते हैं। हम आपको बता दें कि इस ऑडियो क्लिप की प्रमाणिकता अभी साबित नहीं हुई है और न ही यह पता चल पाया है कि राणे किससे बात कर रहे हैं।

सुरजेवाला ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने तीन ट्वीट कर सवाल पूछे, 'देश जानना चाहता है:-

  1. श्री मनोहर पार्रिकर के पास रफ़ाल की फ़ाइलों के कौन-से राज दफ़न हैं?
  2. रफ़ाल की फ़ाइलों में वह कौन-सा भ्रष्टाचार व गड़बड़झाला है, जिस पर चौकीदार पर्दा डाल रहे हैं?
  3. क्या भ्रष्टाचार की इसी कहानी के चलते चौकीदार संयुक्त संसदीय समिति की मांग से कन्नी काट रहे हैं? 
इससे पहले के ट्वीट में सुरजेवाला ने गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे की बातचीत की ऑडियो क्लिप होने का दावा करते हुए एक ट्वीट किया। ट्वीट के साथ ही उन्होंने ऑडियो क्लिप का लिंक भी शेयर किया।

राणे की सफ़ाई

कांग्रेस के आरोपों को विश्वजीत राणे ने सिरे से ख़ारिज कर दिया है और दावा किया है कि ऑडियो से छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर सनसनी फैलाना चाहती है और इसलिए वह 'डॉक्टर्ड ऑडियो' का सहारा ले रही है। 

राणे ने कहा, 'क्राइम ब्रांच से इस डॉक्टर्ड विडियो की जाँच कराई जानी चाहिए। मैंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को सारी जानकारी दे दी है और उनसे कहा है कि वह किसी विशेष जाँच एजेंसी से इसकी जाँच कराएं।’

राणे ने गोवा में प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर पत्रकारों को बताया कि आज सुबह वह मनोहर पर्रिकर से भी मिले और अपना पक्ष उनके सामने रखा। राणे का कहना है कि कोई उनको फँसाने की कोशिश कर रहा है। वह बीजेपी में हैं और बीजेपी में ही बने रहेंगे।

बता दें कि विश्वजीत राणे ने 2017 का विधानसभा का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था और बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। उनके पिता प्रताप सिंह राणे लंबे समय तक गोवा के मुख्यमंत्री रहे और कांग्रेस के दिग़्ग़ज नेता माने जाते हैं। साफ़ है कि राणे का कांग्रेस से पुराना और गहरा नाता रहा है।

कांग्रेस बना रही है बड़ा मुद्दा

साल 2018 में रफ़ाल डील को लेकर राहुल गाँधी ने लगभग हर दिन आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि मोदी सरकार ने फ़्रांस से महंगे विमान खरीदे हैं। इसके साथ ही ऑफेसट पार्टनर चुनने में भी रिलायंस को फ़ायदा पहुँचाने के लिए हिंदुस्तान एयरोनेटिक्स को सौदे से बाहर कर दिया गया। राहुल आरोप लगाते रहे हैं कि सरकार रफ़ाल की असली क़ीमत नहीं बता रही है जिसकी वजह है कि उसने महंगे जहाज खरीदे हैं और जिससे देश के खजाने को भारी नुक़सान हुआ है।

एक दिन पहले ही मोदी ने दी थी सफ़ाई

प्रधानमंत्री ने मंगलवार को एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा था कि मुझ पर व्यक्तिगत आरोप नहीं हैं। प्रधानमंत्री पर आरोपों के विपक्ष का जवाब नहीं दिए जाने के सवाल पर मोदी ने कहा था, ‘सांसद में मैंने विस्तार से इस पर जवाब दिया है। अपने भाषणों में मैंने पूरी बात रख दी है। सुप्रीम कोर्ट ने अपना फ़ैसला दे दिया। फ़्रांस के राष्ट्रपति ने बयान दे दिया। जितने आरोप लग रहे हैं लगने दीजिए मैं सेना की बेहतरी के लिए अपना काम करता रहा रहूँगा। डिफ़ेंस डील में दलालों की क्या ज़रूरत है। रफ़ाल पर पत्थर फेंक कर भाग जाते हैं कांग्रेस वाले।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक एएनआई को दिए गए इंटरव्यू पर कांग्रेस ने चुटकी ली और उसे जुमला बताया। रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया था, 'रफ़ाल घोटाले' से जुड़े नए खुलासे प्रेस कॉन्‍फ़्रेंस में किए जाएँगे। खुल रहीं है गड़बड़ झाले की नई परतें। हम बताएँगे कि मोदी सरकार क्‍या छिपाने की कोशिश कर रही है।

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क़मर वहीद नक़वी
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