राजस्थान बीजेपी ने अपने प्रवक्ता कृष्ण कुमार जानू को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई उनके द्वारा पार्टी के नेतृत्व पर पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ किए गए व्यवहार की सार्वजनिक आलोचना के बाद की गई है। तो क्या बीजेपी के आंतरिक अनुशासन और नेतृत्व के प्रति आलोचना पार्टी को बर्दाश्त नहीं है? हालाँकि पार्टी का कहना है कि यह निर्णय जून में एक अन्य मामले में शुरू की गई अनुशासनात्मक प्रक्रिया के बाद लिया गया है।
मलिक, धनखड़ से 'अपमानजनक' व्यवहार पर आलोचना की तो बीजेपी ने प्रवक्ता को निकाला!
- राजस्थान
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- 9 Aug, 2025
सत्यपाल मलिक और जगदीप धनखड़ से जुड़े विवाद पर टिप्पणी के बाद बीजेपी ने अपने प्रवक्ता को पार्टी से बाहर कर दिया। जानें पूरा मामला और इसके राजनीतिक मायने।

जगदीप धनखड़ और सत्यपाल मलिक।
दरअसल, कृष्ण कुमार जानू के निष्कासन का फैसला तब लिया गया जब एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं पर सत्यपाल मलिक के साथ अपमानजनक व्यवहार और जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से अचानक बाहर होने की आलोचना की थी। वीडियो में जानू ने कहा कि पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के अंतिम संस्कार में कोई राजकीय सम्मान नहीं दिया गया, जो एक संवैधानिक पद पर रहने वाले के लिए अपमानजनक है। वह कई राज्यों के राज्यपाल रहे और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे।