loader
राज्यवर्धन सिंह राठौरफ़ोटो साभार: ट्विटर/राज्यवर्धन सिंह राठौर

राहुल गांधी के वीडियो से 'छेड़छाड़' पर न्यूज़ एंकर, बीजेपी प्रवक्ता पर FIR

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक वीडियो को कथित तौर पर छेड़छाड़ कर ग़लत सूचना फैलाने के लिए ज़ी न्यूज़ के एक एंकर, बीजेपी के प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौर और दो अन्य लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है। इस मामले में कांग्रेस नेता की शिकायत पर जयपुर में दो जुलाई की रात को मुक़दमा दर्ज किया गया है।

एफ़आईआर में केरल में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी को झूठ फैलाने के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया। उसमें कहा गया है कि अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में राहुल ने अपने कार्यालय पर हमले में शामिल लोगों को माफी देने की बात की, लेकिन उनके इस बयान को ऐसे पेश किया गया जैसे कि यह उदयपुर के दर्जी कन्हैयालाल की हत्या पर एक टिप्पणी हो।

ताज़ा ख़बरें

राहुल गांधी के इस बयान को कई लोगों ने सोशल मीडिया पर साझा किया। इस वीडियो को एक चैनल ने उदयपुर की घटना से जोड़ते हुए चला भी दिया। 

इसी को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, 'गांधी ने कहा था कि जिन बच्चों ने ऐसा किया (वायनाड में उनके कार्यालय में तोड़फोड़ की) उन्होंने गैर-ज़ीम्मेदार तरीक़े से काम किया है। वे बच्चे हैं, उन्हें माफ कर दो। लेकिन टीवी चैनल और एंकर ने पेश किया कि राहुल गांधी कह रहे हैं कि उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या करने वाले बच्चे थे और उन्हें माफ कर दिया जाना चाहिए।'

मुख्यमंत्री के इस बयान के बीच ही एफ़आईआर दर्ज कराई गई। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि ज़ी न्यूज़ के एंकर रोहित रंजन ने अपने शो में राहुल के वायनाड कार्यालय पर एसएफआई हिंसा पर उनका एक बयान प्रसारित किया और शरारतपूर्ण तरीक़े से इसमें हेरफेर किया ताकि ऐसा लगे कि यह उदयपुर में कन्हैया लाल की जघन्य हत्या पर एक टिप्पणी थी।

'द वायर' की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने दावा किया कि यह मीडिया समूह द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री राठौर, मेजर सुरेंद्र पूनिया (सेवानिवृत्त) और कमलेश सैनी के साथ साजिश में किया गया था, जिन्होंने राजनीतिक लाभ लेने और जनता की भावनाओं को भड़काने के लिए ट्विटर पर क्लिप साझा किया था।

राजस्थान से और ख़बरें

एफ़आईआर स्थानीय कांग्रेस नेता राम सिंह ने बनपार्क पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई। आईपीसी की धारा 504 (जानबूझकर अपमान), 505 (आपराधिक धमकी), 153 ए (धर्म, जाति, स्थान, जन्म आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने), 295A (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य, जिसका उद्देश्य किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करना है) और 120B (आपराधिक साजिश) के तहत शिकायत दर्ज की गई थी।

हालाँकि अब ज़ी न्यूज़ चैनल ने ग़लत ख़बर चलाने के लिए माफी मांगी है। चैनल के रोहित रंजन ने कहा, 'कल हमारे शो डीएनए में राहुल गांधी के बयान को उदयपुर की घटना से जोड़कर ग़लत संदर्भ में लिया गया, यह एक मानवीय भूल थी जिसके लिए हमारी टीम माफी मांगती है।'

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

राजस्थान से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें