उदयपुर में गुरुवार को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कन्हैया लाल दर्जी के परिवार से मुलाकात की।
आरोप है कि पैगंबर पर विवादित टिप्पणी करने वाली बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में कन्हैया ने सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट किया था। इसके बाद के लिए उन्हें जान से मारने की धमकियां मिलने लगी। 28 जून को कन्हैया लाल की उनकी दुकान के अंदर हत्या कर दी गई थी। कहा जाता है कि कन्हैया ने पुलिस से सुरक्षा भी मांगी थी। इस सिलसिले में दोनों पक्षों का राजीनामा हो गया था। इसके बाद कन्हैया को पुलिस सुरक्षा नहीं मिली।