कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में 10 जून की एक घटना से शुरू हुआ बवाल अब राष्ट्रव्यापी रूप ले रहा है। उस दिन 75 वर्षीय एक मरीज के निधन के बाद उसके परिजनों और उनके समर्थन में आए कथित असामाजिक तत्वों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर हमला किया था। इसमें एक डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस घटना के बाद बंगाल और बिहार सहित कई प्रदेशों में डॉक्टरों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन हो ही रहा था कि अब टकराव और हड़ताल के इस माहौल में सियासी रोटियाँ भी सेंकी जा रही हैं।

विश्व-गुरू’ बनने की दावेदारी ठोक रहे अपने मुल्क में जन-स्वास्थ्य के बजटीय प्रावधान का हाल देखिए। भारत अपनी कुल जीडीपी का महज 1.4 फ़ीसदी जन स्वास्थ्य के क्षेत्र पर खर्च कर रहा है जबकि वैश्विक औसत 6 फ़ीसदी है। दुनिया के ज़्यादातर विकसित देशों में स्वास्थ्य क्षेत्र पर जीडीपी का 7 से 14 फ़ीसदी तक ख़र्च होता है।