राजधर्म हर उस व्यक्ति का होता है जो राज करता है। यह बात बहुत पहले अटल बिहारी वाजपेयी ने नरेंद्र मोदी को समझाई थी। मोदीजी ने यह बात इस तरह से गाँठ बाँध ली कि उनकी कुंडली में परमानेंट राजयोग आ गया। मोदी जी एक तरह से राजराजेश्वर हैं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के स्वामी यानी संपूर्ण पृथ्वी लोक के सबसे बड़े नेता। उनका दोबारा प्रधानमंत्री बनना यह बताता है कि वह अपना राजधर्म एकदम ठीक ढंग से निभा रहे हैं। अब सवाल यह है कि क्या मोदीजी ने अपने सभी मंत्रियों को भी राजधर्म की वही परिभाषा बताई है, जो अटलजी ने उन्हें बताई थी।
पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह का राजधर्म
- व्यंग्य
- |
- |
- 2 Jun, 2019

गिरिराज सिंह को पशुपालन मंत्री बनाये जाने के बाद यह सवाल पूछा जा रहा है कि अब वह ‘पाकिस्तान टूरिज्म’ वाली अपनी हॉबी के लिए वक़्त कैसे निकाल पाएँगे?
राकेश कायस्थ युवा व्यंग्यकार हैं। उनका व्यंग्य संग्रह 'कोस-कोस शब्दकोश' बहुत चर्चित रहा। वह 'प्रजातंत्र के पकौड़े' नाम से एक व्यंग्य उपन्यास भी लिख चुके हैं।