जब बड़े-बड़े मीडिया समूहों से जुड़े कई पत्रकारों ने यह ख़बर दी कि सीबीआई ने आर्यन ख़ान मामले में 25 करोड़ वसूलने के लिए समीर वानखेड़े के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की है तो ये पत्रकार ही निशाने पर आ गए। ये वे पत्रकार हैं जो तब तत्कालीन एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े की ओर से दी जा रही सूचनाओं को सूत्रों के हवाले से बिना जाँचे ही परोस रहे थे और इससे शाहरूख ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही थीं। सूत्रों से आई ऐसी ही ख़बरों के आधार पर आर्यन ख़ान को 'ड्रग्स पेडलर' से लेकर 'नशाखोर' और न जाने ऐसे कितने आरोप लगाए गए थे, उनके अभिभावकों को तहजीब सिखाने की नसीहत दी जा रही थी। लेकिन ये सारे सूत्र और ऐसे आरोप अब ख़ारिज हो गए हैं।
जब वानखेड़े उगाही के प्रयास में थे तो मीडिया के 'निशाने' पर आर्यन क्यों थे?
- सोशल मीडिया
- |
- 16 May, 2023
वर्ष 2021 में जब कॉर्डेलिया क्रूज पर कथित 'रेव पार्टी' और आर्यन खेन का नाम आया था तो मुख्यधारा मीडिया ने इसे कैसे पेश किया था? आर्यन के ख़िलाफ़ किस तरह का माहौल बनाया गया था?

जिन सूत्रों के आधार पर ये कुछ पत्रकार और मीडिया समूह दिन-रात ख़बरें चला रहे थे अब वही सूत्र बड़े आरोपों में फँस गया है। सीबीआई ने एफ़आईआर दर्ज की है। भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। आर्यन को पैसे वसूलने के लिए फँसाया गया था। बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को ड्रग्स मामले में अपने बेटे आर्यन खान को बचाने के लिए 25 करोड़ रुपये का भुगतान करने की धमकी दी गई थी।