जब बड़े-बड़े मीडिया समूहों से जुड़े कई पत्रकारों ने यह ख़बर दी कि सीबीआई ने आर्यन ख़ान मामले में 25 करोड़ वसूलने के लिए समीर वानखेड़े के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की है तो ये पत्रकार ही निशाने पर आ गए। ये वे पत्रकार हैं जो तब तत्कालीन एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े की ओर से दी जा रही सूचनाओं को सूत्रों के हवाले से बिना जाँचे ही परोस रहे थे और इससे शाहरूख ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही थीं। सूत्रों से आई ऐसी ही ख़बरों के आधार पर आर्यन ख़ान को 'ड्रग्स पेडलर' से लेकर 'नशाखोर' और न जाने ऐसे कितने आरोप लगाए गए थे, उनके अभिभावकों को तहजीब सिखाने की नसीहत दी जा रही थी। लेकिन ये सारे सूत्र और ऐसे आरोप अब ख़ारिज हो गए हैं।