हिंदुस्तान में कुछ मीडिया चैनलों की ये स्थिति हो गयी है कि आयं-बायं-सांय जो मिले, चला दो। बस, इस आयं-बायं-सांय से सनसनी फैल जाए। उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोग उनकी सोशल मीडिया पर लानत-मलानत करें, उन्हें गोदी मीडिया कहें या कुछ और।