नफ़रती लोगों ने ट्विटर पर उनकी मौत को उनके कर्मों यानी किए गए का नतीजा बताया। नो कन्वर्जन नाम के ट्विटर हैंडल ने लिखा कि दानिश ने कोरोना से मरने वाले लोगों की तसवीरों को बिना किसी से पूछे बेच दिया।
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने दानिश की मौत पर दुख जताया है। लेकिन कुछ लोगों ने उन्हें ही इसके लिए ट्रोल कर दिया और THE SKIN DOCTOR नाम के ट्विटर हैंडल ने कहा कि उन्होंने बंगाल में मारे गए कार्यकर्ताओं को लेकर एक भी ट्वीट नहीं किया।
प्रदीप साहा के नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि दानिश ने हिंदुओं के अंतिम संस्कार की फ़ोटो को न्यूयॉर्क टाइम्स को भेजकर भारत, नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ को बदनाम किया।
ऋतिक नाम ने ट्विटर यूजर ने ऐसे लोगों को लताड़ लगाते हुए लिखा कि जो लोग दानिश की मौत को कर्म का नतीजा बता रहे हैं वे लोग नर्क की आग में जलाए जाएंगे।
दानिश ने दिल्ली दंगों से लेकर कोरोना महामारी तक प्रवासी मजदूरों के दर्द को अपने कैमरे मे उतारा था। उनके द्वारा कोरोना की दूसरी लहर में दिल्ली में जल रही ढेर सारी लाशों को ड्रोन कैमरे के जरिये लोगों तक पहुंचाना हमेशा याद रखा जाएगा। लेकिन उस दौरान भी उनकी आलोचना हुई थी और कहा गया था कि वह सिर्फ़ हिंदुओं के अंतिम संस्कार की फ़ोटो दिखा रहे हैं। उनकी ये फ़ोटो सोशल मीडिया पर जोरदार ढंग से वायरल हुई थीं।