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'द डेली गार्डियन' में पीएम मोदी की तारीफ़ वाला लेख क्या प्रोपेगेंडा है?

देश में कोरोना संकट के लिए चौतरफ़ा आलोचनाएँ झेल रहे प्रधानमंत्री मोदी के नाम को लेकर सोशल मीडिया पर फिर से किरकिरी हुई है। एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया के नाम से मिलती-जुलती वेबसाइट ने जब प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ़ों के पुल बाँधे तो कई मंत्रियों और बीजेपी नेताओं ने इसको हाथोंहाथ लिया और मोदी की तारीफ़ में एक से बढ़कर एक कसीदे पढ़े। फिर सोशल मीडिया पर लोगों ने इस लेख की सचाई तलाशनी शुरू की और फिर एक से बढ़कर एक जानकारी निकली। इन्हीं जानकारियों के आधार पर सोशल मीडिया साइटों पर प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ़ वाले इस लेख को प्रोपेगेंडा क़रार दिया। उन्होंने उस वेबसाइट की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए और लिखा कि एक बीजेपी के प्रवक्ता की तारीफ़ को ऐसे पेश किया जा रहा है जैसे प्रधानमंत्री ने सच में बहुत प्रशंसनीत काम किया हो!

शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने बीजेपी नेताओं, मोदी के मंत्रियों और उनके समर्थकों के ट्वीट के एक कोलाज को शेयर करते हुए लिखाा है, 'अगर अंतरराष्ट्रीय मीडिया हमसे सवाल करता है, तो क्या? हम यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रचार प्रसार जारी रहे अंतरराष्ट्रीय वेबसाइट की तरह दिखने वाली वेबसाइट बनाएँगे।'

प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ़ में लिखे जिस लेख को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं उसको 'द डेली गार्डियन' वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है। इस लेख को लिखने वाले लेखक बीजेपी के मीडिया रिलेशंस विभाग के संयोजक हैं और टीवी डिबेट्स पर एक प्रवक्ता के रूप में पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने 'नरेंद्र मोदी: द गेम चेंजर’ पुस्तक लिखी है। एक रिपोर्ट के अनुसार आईटीवी नेटवर्क ने 'द डेली गार्डियन' को लॉन्च किया था।

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फ़िल्मकार और पत्रकार विनोद कापड़ी ने लिखा है कि 'अविश्वसनीय! एक फ़र्ज़ी प्रोपेगेंडा के लिए पूरी सरकार, पूरी पार्टी को काम पर लगा दिया है।'

पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने गार्डियन को टैग करते हुए लिखा है कि क्या गार्डियन इस फ़ेक न्यूज़ और स्पिन के बारे में जानता है। 

इस लेख के बाद आम आदमी पार्टी के आईटी सेल के अंकित लाल ने लिखा है, 'वह व्यक्ति जिसने गार्डियन की नकली वेबसाइट 'द डेली गार्डियन' पर लेख लिखा है वह बीजेपी के सुदेश वर्मा हैं। उनकी प्रोफ़ाइल और ट्वीट स्वयं व्याख्या करते हैं कि उन्होंने ऐसा मूर्खतापूर्ण लेख क्यों लिखा।

अब वेबसाइट लोड नहीं हो रही है।

फर्जी छवि को बचाने के लिए इतना प्रयास...'

सिद्धार्थ सेतिया नाम के यूज़र ने लिखा है कि 'गार्डियन द्वारा अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी के बाद बीजेपी आईटी सेल ने कोरोना कुप्रबंधन का मुकाबला करने के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा संचालित वेबसाइट 'द डेली गार्जियन' देसी संस्करण बनाया...।'

सोशल मीडिया पर एक के बाद एक तीखी प्रतिक्रियाएँ तब आईं जब प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ़ के बारे में द डेली गार्डियन नाम की इस वेबसाइट ने लेख प्रकाशित किया। बीजेपी प्रवक्ता द्वारा लिखा गया यह लेख ऐसे समय में आया है जब दुनिया भर के मीडिया में प्रधानमंत्री मोदी की कोरोना संक्रमण की स्थिति पर नियंत्रण पर विफल रहने की ख़बरें आ रही हैं और इसके लिए उनकी आलोचना की जा रही है। 

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क़मर वहीद नक़वी
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