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सोशल मीडिया यूज़र बोले- 'आतंकी अब बीजेपी आईटी सेल के सदस्य हैं'

जम्मू-कश्मीर में रविवार को पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों में से एक का संबंध कथित तौर पर बीजेपी के साथ होने पर सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। किसी ने कहा कि आतंकवादी अब बीजेपी आईटी सेल के सदस्य हैं। किसी ने उस आतंकी की एक ऐसे कार्यक्रम की तसवीर साझा की जिसमें कथित तौर पर गृह मंत्री अमित शाह भी दिखते हैं। 

सोशल मीडिया पर ऐसी प्रतिक्रियाओं के बीच बीजेपी की तरफ़ से जब ख़बरों को खारिज करने की कोशिश की गई तो कुछ यूज़रों ने आतंकी को बीजेपी आईटी सेल का प्रमुख नियुक्त करने वाला पत्र ट्विटर पर पोस्ट कर दिया। कांग्रेस की प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने भी बीजेपी के उस ख़त को ट्वीट किया है।

गिरफ्तार किए गए आतंकवादियों में से एक की पहचान तालिब हुसैन के रूप में हुई है। यही तालिब कथित तौर पर बीजेपी में जम्मू प्रांत के अल्पसंख्यक मोर्चा के आईटी और सोशल मीडिया सेल का प्रभारी रहा था। हालाँकि, स्थानीय स्तर पर बीजेपी संगठन ने कहा है कि तालिब हुसैन केवल 18 दिनों के लिए पार्टी का सदस्य बना रहा था और 27 मई 2022 को इस्तीफा दे दिया था।

तालिब के कथित तौर पर बीजेपी का कभी सक्रिय सदस्य रहने की ख़बर आने पर सोशल मीडिया पर लोगोंने बीजेपी पर निशाना साधा। 

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जम्मू कश्मीर कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से आतंकी की तसवीर और भारतीय जनता पार्टी के उस ख़त के स्क्रीनशॉट को साझा करते हुए बीजेपी पर तंज कसा गया है।

तृणमूल कांग्रेस ने एक ऐसी तसवीर को ट्वीट किया है जिसमें कथित तौर पर वही आतंकवादी और गृह मंत्री अमित शाह भी दिखते हैं। 

टीएमसी ने अमित मालवीय को टैग करते हुए लिखा है कि आतंकवादी अब बीजेपी के आईटी सेल के सदस्य हैं। इसने यह भी लिखा कि 'आतंकवादी को गृह मंत्री अमित शाह के साथ कार्यक्रमों में भी भाग लेते देखा गया था। जाहिर है, बीजेपी राष्ट्रीय सुरक्षा को भी लापरवाही से ले रही है।'

निरंजन पटनायक ने ट्वीट किया है, 'गृह मंत्री श्री अमित शाह के साथ तालिब हुसैन शाह, लश्कर कमांडर और अल्पसंख्यक मोर्चा के भाजपा आईटी सेल प्रमुख।'

वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा, "जम्मू में पकड़ा गया लश्कर का आतंकवादी बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा आईटी सेल का प्रमुख था। जम्मू कश्मीर बीजेपी प्रमुख रविंदर रैना के साथ तालिब हुसैन शाह और फैसल अहमद की कथित तसवीरें और पार्टी के कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी। बहुत ख़ूब! आतंकियों को शामिल करने में माहिर है बीजेपी?"

राजदीप सरदेसाई ने लिखा है, 'बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा आईटी सेल से जुड़े लश्कर के एक आतंकवादी को आज पकड़ा गया। उदयपुर और अब जम्मू: स्पष्ट रूप से पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा को पृष्ठभूमि की जाँच सुनिश्चित करने की ज़रूरत है, विशेष रूप से ऑनलाइन सदस्यों की। कल्पना कीजिए कि अगर इसी तरह के लोग विपक्षी दलों के लिंक के साथ पाए जाते तो।'

बता दें कि स्थानीय बीजेपी ने रविवार को ही सफाई दी थी। इसने ऑनलाइन सदस्यता की प्रणाली को दोषी ठहराया जो लोगों को बिना उनकी पृष्ठभूमि की जाँच के पार्टी में शामिल होने की अनुमति दे रही है।

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जम्मू कश्मीर में पार्टी प्रवक्ता आरएस पठानिया ने कहा है कि इस गिरफ्तारी से एक नया मुद्दा सामने आया है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'मैं कहूंगा कि यह एक नया मॉडल है - बीजेपी में प्रवेश करना, पहुंच हासिल करना, रेकी करना... शीर्ष नेतृत्व को मारने की साज़िश भी थी जिसका पुलिस ने भंडाफोड़ किया।'

रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'सीमा पार, ऐसे लोग हैं जो आतंक फैलाना चाहते हैं। अब कोई भी ऑनलाइन बीजेपी का सदस्य बन सकता है। मैं कहूंगा कि यह एक खामी है क्योंकि आपराधिक रिकॉर्ड या उन लोगों के बैकग्राउंड की जाँच करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है जो ऑनलाइन सदस्यता ले रहे हैं।'

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क़मर वहीद नक़वी
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